मगर राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत तैयारी करवा रही है, ताकि उड़ानें शुरू होने से पहले ही एयरपोर्ट को अंतराष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिल सके. इसी के चलते भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को जमीन सौंपी जा रही है. सीएम योगी ने कहा, अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जी की पावन स्मृतियों को समर्पित होने वाले अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण प्रक्रिया की यह शुरुआत है, इस अवसर पर प्रदेश सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मध्य भूमि लीज एग्रीमेंट संपन्न होना अभिनंदनीय पहल है.
मैं इसके लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को यूपी गवर्नमेंट के साथ समयबद्ध ढंग से इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए धन्यवाद देता हूं. इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश में मात्र 02 एयरपोर्ट क्रियाशील थे, जिसमें प्रदेश की राजधानी लखनऊ और प्राचीनतम नगरी वाराणसी, गोरखपुर व आगरा में एक-एक वायु सेवा थी. मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि वर्तमान में प्रदेश में 9 एयरपोर्ट पूरी तरह क्रियाशील हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि वायु सेवा केवल एक बड़े तबके तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि एक कॉमनमैन जो हवाई चप्पल पहनता है वह भी हवाई जहाज की यात्रा कर सके, हमें ऐसी सेवा उपलब्ध करानी होगी.