बैठक में श्री पंकज मि़श्रा, अपर प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, कोर्ट सं0-2, मऊ, श्री आनन्द प्रकाश सिंह, अपर प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय कोर्ट सं0-1, मऊ, श्री कुंवर मित्रेश सिंह कुशवाहा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मऊ, श्री सदानंद राय, एडवोकेट, श्री इश्तियाक अहमद, एडवोकेट,श्री हरिद्वार राय, एडवोकेट, श्री मनोज कुमार त्रिपाठी, एडवोकेट, श्री संजय दूबे, एडवोकेट, श्रीमती हूॅमा रिजवी, परामर्शदाता परिवार न्यायालय, श्री निर्मल कुमार, परामर्शदाता, परिवार न्यायालय, श्री विनोद कुमार सिंह, एडवोकेट उपस्थित रहे।
बैठक में सर्व प्रथम माननीय प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वारा दिनांक 14.05.2022 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन तथा अधिक से अधिक पारिवारिक विवाद के मामलों को लगवाकर निस्तारण कराये जाने पर विचार विमर्श किया गया। साथ ही साथ बैठक में उपस्थित न्यायिक अधिकारीगण एवं अधिवक्तागण को यह भी निर्देश दिया गया कि ऐसे पारिवारिक मामले जिनका राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर आसानी से हो सकता है, उन्हें विशेष रूप से चिन्हांकित किया जाय तथा उनका निस्तारण कराया जाय।
यह भी निर्देश दिया गया कि प्री-लिटीगेशन मैट्रिमोनियल केसेस से सम्बंधित जो मामले हैं, उसका भी निस्तारण अधिक से अधिक किया जाय। इसके लिए सम्मान तामिला आवश्यक है, जिससे दोनों पक्षकार पीठ के समक्ष उपस्थित हो सके और उनकी मध्यस्थता सुनिश्चित करायी जा सके। ऐसी स्थिति में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश महोदय द्वारा बैठक में उपस्थित समस्त न्यायिक अधिकारीगण से यह अपेक्षा की गयी कि ऐसे मामलों की सूची पहले से ही तैयार कर ली जाए ताकि अधिक से अधिक मामलों का नियत तिथि पर निस्तारण हो सके और पक्ष इसका लाभ उठा सके।
विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुॅवर मित्रेश सिंह कुशवाहा द्वारा आम जन से अपील की गयी कि उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में अपने लम्बित पारिवारिक मामलों को अधिक से अधिक संख्या में लगवाकर निस्तारण करायें तथा इसका भरपूर लाभ उठायें एवं अनावश्यक भाग दौड़ एवं फिजुल खर्चे से बचें।