अंजली की शादी को अभी चार साल हुए थे और उसकी जेठानी की शादी को सात साल हुए थे। अंजली आज के जमाने की पढ़ी लिखी लड़की थी।शादी से पहले वो कॉलेज में और फिर आफिस में सब तरह के कपड़े पहन के जाती थी। साथ ही साथ वो रिश्तों को निभाना भी बखूबी जानती थी।उसने ससुराल में आकर अपने प्यार और व्यवहार से सबका दिल जीत लिया था।
खासकर उसकी सासू माँ की तो वो लाडली बहु बन गयी थी।उनसे पूछे बिना वो कोई भी काम नही करती थी।सासू मां भी हर बात में दोनो बहुओं की सलाह लेती और उनको अपनी बेटियों की तरह ही प्यार करती थी।
अंजली की जब शादी हुई थी तो वो अपने ससुराल में हर तरह से खुश थी।किसी चीज़ की कोई कमी भी नही थी।बस अंजली को एक बात का ही दुख रहता कि शादी के समय ही सासू माँ ने बोल दिया था कि हमारे घर की बहुएं सूट दुपट्टा ही पहनेंगी कभी वेस्टर्न कपड़े नही पहनेंगी।
अंजली ने कभी उनकी किसी बात का विरोध नही किया था।उनकी हर बात को हमेशां मान दिया।
उसने अपने प्यार से उनका दिल जीत लिया और इसी वजह से वो इतनी बदल गयी कि अब वो खुद अंजली को हर तरह के कपड़े पहनने को बोलती है और अंजली के साथ साथ अब उन्होंने बड़ी बहू सुनीता को भी वेस्टर्न कपडे पहनने शुरू करवा दिए हैं।
स्वरचित मौलिक
रीटा मक्कड़
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