स्थापित मूर्तियों से रौनापार शहीद तिराहा के नाम से हुआ मशहूर ।

बिलरियागंज/ आजमगढ़ । कारगिल शहीद जवानों की याद में स्थापित मूर्तियों से रौनापार शहीद तिराहा के नाम से हुआ मशहूर । देश के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले जवानों की याद में तमाम स्मारक बनाए जाते रहते हैं और शहीद जवानों कि जज्बा व बहादुरी का लोग बखान करते रहते हैं और जिस क्षेत्र के जवान अपने देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त होते हैं उस क्षेत्र के लोग अपने को गौरवन्वित महसूस करते हैं । उसी कड़ी में बीते सन 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान आजमगढ़ जनपद के सगड़ी तहसील क्षेत्र अंतर्गत निवासी वीर जवान रामसमुझ यादव , रमेश यादव , गुलाब सिंह पटेल , अपने देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे । उनके याद में रौनापार बाजार में बीते वर्षो शहीद तीनों वीर जवानों की मूर्तियां स्थापित करवाई गई तो क्षेत्र के लोगों में खुशी लहर दौड़ गई थी अब रौनापार बाजार शहीद तिराहा के नाम से मशहूर हो चुका जिससे क्षेत्र के लोग अपने को गौरन्वित महसूस करते हैं और समय-समय पर शहीद वीर जवानों को क्षेत्र के लोग श्रद्धा सुमन अर्पित करते रहते हैं । जानकारी के लिए आपको बता दें कि कारगिल युद्ध में वीर जवान रामसमुझ यादव , रमेश यादव , गुलाब सिंह पटेल ने बड़े ही जज्बा व बहादुरी के साथ अपने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया था क्षेत्र के लोग इनके बहादुरी का आज भी गाथा गाते रहते हैं ।