सोए हुए मनुष्य के एहसास जगाती हैं।
कभी देश भक्ति कभी,
प्यार के भाव जगाती हैं।
सोए हुए मानव को कविता,
अंदर तक झकझोर जाती है।
वाणी अनमोल बड़ी है होती,
सबके मन के उर को भाती।
मीठी वाणी प्यार जगा दे,
हर गम की मरहम बन जाती।
कविता परिवर्तन है लाती,
ओज भरी वाणी हो जिसकी।
देश भक्ति से भर जाती,
पैनी पैनी होते शब्द,
हृदय घायल कर जाती।
कविता परिवर्तन है लाती।
सिंगार भरी हो वाणी कवि की,
मन में प्यार जगाती है।
विरह भरी वाणी अगर,
दर्द दिखा वह जाती है।
कविता परिवर्तन लाती है
कवि को दिशा देती हर पल,
भाव मनोहर लाती है।
निराशा दूर करे मन की,
आशा का संचार जगाती है।
सुप्त मानव को जगा वह,
हृदय में परिवर्तन लाती है।
कविता परिवर्तन लाती है।।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा