अनिल की तरह'अनिल'प्राण बचाते हैं
रक्त दान करके जीवन दे जाते हैं।
पार्लिया गाँव में जन्में
त्याग ममता स्नेह की मूर्ति है
नवोदय में पढ़ खेल कर
जो बने नवोदियन की शान है।
रक्तदान ही ध्येय है इनका
शिक्षक रूप में जीवन बनाते हैं।
रक्तदान के पर्याय रूप में
राजस्थान में जाने जाते हैं।
नवोदय की प्रेरणा संग हमेशा रहती हैं।
हर्षित उल्लासित होकर हर पल
सेवा में तन-मन न्यौछावर करते हैं।
छी तर -माँगी की संतान
सरिता के सर का ताज हैं।
समर्पित होकर करते जो
अपने लक्ष्य का हर काम है।
रक्त दान को पूर्ण समर्पित
'अनिल' का नाम है।
कवयित्री :-गरिमा राकेश गौत्तम
पता:-खेड़ली चेचट कोटा राजस्थान