GIZ (जीआईज़ेड) ने अपने प्रोजेक्ट ‘हर एंड नाउ’ को उत्तर प्रदेश में किया शुरू

एम्पावर्ड फ़ाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश की महिला उद्यमियों के अब तक के पहले ‘हर एंड नाउ’ समूह के लिए आवेदन आमंत्रित किया है

कार्यक्रम के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 फरवरी, 2021 है


उत्तर प्रदेश, फरवरी 2021: पिछले दो वर्षों से अधिक समय से वैश्विक विकास एजेंसी डॉयचे Deutsche Gesellschaft für Internationale Zusammenarbeit (गजेलस्फ़्ट फ़ुरइंटरनेशनाले सुजानमेनअरबाइट ) GIZ (जीआईज़ेड) GmbH ( जीएमबीएच,) “महिला उद्यमियों का आर्थिक सशक्तिकरण और महिलाओं द्वारा शुरू किये गये स्टार्ट-अप्स (हर एंड नाऊ)” प्रोजेक्ट को भारत के विभिन्न भागों में लागू कर रही है। यह प्रोजेक्ट जर्मन फेडरल मिनिस्ट्री फॉर इकोनॉमिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (बीएमज़ेड) की ओर से और भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के साथ साझेदारी में चलाया जा रहा है। प्रोजेक्ट का उद्देश्य हमारे देश की महिला उद्यमियों का आर्थिक सशक्तीकरण करना है। निकट भविष्य में उत्तर प्रदेश के टियर 2 और टियर 3 शहरों/कस्बों के लिए प्रोजेक्ट गतिविधियों का विस्तार करने हेतु, ‘हर एंड नाउ’ने हाल ही में प्राइवेट सेक्टर के प्रतिष्ठित सामाजिक उद्यम, एम्पॉवर प्रगति की गैर-लाभकारी संस्था - एम्पावर्ड फाउंडेशन - के साथ साझेदारी की है।

इस सहयोग के बाद, वर्तमान में उत्तर प्रदेश (यूपी) में 'हर एंड नाउ' प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन के लिए प्रभारी संगठन, एम्पावर्ड फाउंडेशन, 3 महीने के सहायता कार्यक्रम हेतु आवेदन आमंत्रित किया है। यह कार्यक्रम सहारनपुर, मुरादाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर की शुरुआती चरण वाली कौशल-प्रमाणपत्र हासिल कर चुकीं महिला उद्यमियों के पहले समूहके लिए है।

इस अवसर पर, उल्लास मरार, प्रोजेक्ट हेड, हर एंड नाउ, GIZ ( जीआईजेड), ने कहा कि “हमारेप्रोजेक्ट का समग्र दृष्टिकोणमहिलाओं के उद्यमों का गठन करने और विकसित करने के लिए उन महिला उद्यमियों की सहायता करना है। हम भारत में महिला उद्यमियों के लिए फ्रेमवर्क की स्थिति में सुधार करने हेतु काम कर रहे हैं। हमने भारत भर में, विशेष रूप से पूर्वोत्तर, राजस्थान और तेलंगाना में, ‘हर एंड नाउ’ प्रोजेक्ट के प्रभावी जमीनी कार्यान्वयन के लिएकई संगठनों के साथ साझेदारी की है। एम्पावर्ड फाउंडेशन के साथ की गयी नयी साझेदारी हमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में महिला उद्यमियों और उनके आस-पास के विभिन्न क्षेत्रों तक पहुँचने में सक्षम बनाएगी। एम्पावर्ड फाउंडेशन द्वारा क्षमता निर्माण, मेंटरशिप और कस्टमाइज्ड सपोर्ट के जरिये, यह प्रोजेक्ट राज्य में महिला उद्यमियों को अपने व्यवसाय को विकसित करने में सहायक होगा।”

एम्पावर्ड फाउंडेशन की डायरेक्टर, प्रीता दत्त कहती हैं कि “हम GIZ (जीआईज़ेड) के ‘हर एंड नाउ’ प्रोजेक्ट के साथ साझेदारी करके बेहद खुश हैं और गर्व महसूस कर रहे हैं। हम उत्तर प्रदेश के टियर 2 और टियर 3के शहरों की कई महिला उद्यमियों की सहायता करने के लिए तैयारहैं, जो महिलाओं को आर्थिक सशक्तीकरण प्रदान करेगा।”

प्रोजेक्ट के तहत व्यावसायिक विकास सहायता कार्यक्रम उत्तर प्रदेश में निम्नलिखित महिला उद्यमियों के लिए खुला है जो:
• 18 साल से ऊपर हैं
• कौशल प्रमाणपत्र हासिल कर लिया है
• लाभ के लिए उद्यम स्थापित करना चाहती हैं
• अनौपचारिक उद्यम चला रही हैं/एक समूह उद्यम का हिस्सा हैं, और अब अपना स्टार्ट-अप शुरू करने के लिए तैयार हैं
• अपने उद्यमों को बढ़ाना और एक कानूनी इकाई के रूप में पंजीकरण कराना चाहती हैं

प्रतिभागी क्या सीखेंगे:
• अपने कौशल के आधार पर अपनी छोटी बिजनेस यूनिट कैसे स्थापित करें
• आम जनता के लिए उपलब्ध आज के वित्तीय साधनों जैसे यूपीआई भुगतान और डिजिटल बहीखाताकी समझ बनाते हुए वित्तीय और डिजिटल साक्षरता
• जेंडर संवेदनशीलता और उद्यमशीलता के प्रतिजेंडर-सकारात्मक दृष्टिकोण

इच्छुक महिला उद्यमी लिंक और 011-62115601 के जरिये कार्यक्रम के लिए अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकती हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 फरवरी 2021 है।

एम्पावर्ड फाउंडेशन के बारे में

एम्पावर प्रगति का एक हिस्सा, एम्पावर्ड फाउंडेशनएक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारतीय कंपनी अधिनियम, 1956 (12ए और 80जी प्रमाणित) की धारा 25 के तहत पंजीकृत है। यह संगठन समाज के कमजोर वर्गों के लिए शिक्षा, आजीविका उत्पादन, सार्वजनिक सूचनाओं के प्रसार और पैरवीसहित अन्य कई क्षेत्रों में रणनीतिक रूप से व्यवस्थित प्रभावकारी हस्तक्षेप के माध्यम से काम करता है। इनके प्रोजेक्ट प्रमुख रूप से प्रतिभागियों के क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करते हैं, ताकि उन्हें आत्म निर्भर बनाया जा सके।

जीआईज़ेड जीएमबीएच के बारे में

Deutsche Gesellschaft für Internationale Zusammenarbeit ( डॉयचे गजेलस्फ़्ट फ़ुरइंटरनेशनाले सुजानमेनअरबाइट )GIZ (जीआईज़ेड)GmbH ( जीएमबीएच) जर्मन विकास एजेंसी है जो अंतरराष्ट्रीय सहयोग के क्षेत्र में सतत विकास के लिए विश्व स्तर पर काम कर रही है। जीआईज़ेडमुख्य रूप से फेडरल मिनिस्ट्री ऑफ इकोनॉमिक कोआपरेशन एंड डेवलपमेंट (बीएमज़ेड), जर्मनी के तकनीकी सहयोग के प्रोजेक्ट को लागू करता है, और सार्वजनिक हित के लिए दुनिया भर के प्राइवेट सेक्टर और सरकारी एवं गैर-सरकारी संगठनों के साथ भी काम करता है। भारत में, बीएमज़ेड ने जीआईज़ेड को प्रोजेक्ट 'हर एंड नाउ' (औपचारिक रूप से "महिला उद्यमियों का आर्थिक सशक्तिकरण और महिलाओं द्वारा शुरू किये गये स्टार्ट-अप्स") के लिए कमीशन किया है। प्रोजेक्ट 'हर एंड नाउ' भारत की आकांक्षी और मौजूदा महिला उद्यमियों की सहायता करने/उनको प्रोत्साहित करने के प्रति समर्पित है।