'क्योंकि यह नए तरीके का फिटनेस टेस्ट है, तो सभी को यह टेस्ट क्लियर करने का एक और मौका मिलेगा, एक नई तारीख पर, कुछ समय के गैप के बाद। जो भी खिलाड़ी दोबारा इसमें फेल होता है, उसका इंग्लैंड के खिलाफ 12 मार्च से होने वाली लिमिटेड ओवर सीरीज में चुना जाना मुश्किल हो जाएगा।' 2018 में अंबाती रायुडू, संजू सैमसन और मोहम्मद शमी यो-यो टेस्ट क्लियर नहीं कर सके थे, जिसके चलते उन्हें इंग्लैंड दौरे पर लिमिटेड ओवर सीरीज में नहीं चुना गया था।
सूत्र ने कहा, 'इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली लिमिटेड ओवर सीरीज को देखते हुए करीब 20 खिलाड़ियों का फिटनेस टेस्ट कराया गया है, जिन्हें टीम में जगह मिल सकती है। इसके अलावा इस साल के अंत में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को मद्देनजर रखते हुए भी फिटनेस टेस्ट कराए जा रहे हैं। इसमें यो-यो टेस्ट के अलावा 2 किमी रन टेस्ट भी शामिल है। इस टेस्ट में बल्लेबाज, विकेटकीपर या स्पिनर को 8 मिनट 30 सेकेंड में 2 किमी दौड़ पूरी करनी होती है। जबकि तेज गेंदबाज को यही दौड़ 8 मिनट 15 सेकेंड में पूरी करनी होती है। छह खिलाड़ी इस टेस्ट को क्लियर नहीं कर सके और बाकी खिलाड़ी तो इस दौड़ को पूरा ही नहीं कर सके।'