हो हर मन में एक नई उम्मीद
यह करे वादा हम खुद से
कि दुगुने उत्साह से
हम होंगे खड़े फिर से
पीछे छोड़ हर बुरे पल
दिल मे संजोये बस मीठी यादें ।
खुश हो जाए कि इतना सब पाया
न हो अफसोस कि वो मिला नही
नई आशाएं , नए सपने सँजोए
आओ मिलकर करे नया आगाज़
बीती बातें भूल कर खुले दिल से
हम सब करे स्वागत नए साल का।
नई सोच संग हम बढ़ाये कदम
ले संकल्प हम नए साल का
कि न रुकेंगे न ही थकेंगे हम
नया साल बीते नए उमंग में
संग लेकर अपनो का प्यार
लाएं जीवन मे खुशियाँ अपार ।
- मोनिका राज
रिसर्च स्कॉलर
नव नालंदा विश्वविद्यालय , नालंदा