युग जागरण न्यूज़ नेटवर्क
ईश्वर के नाम परकब्जाई जाती हैं
धरती पर
सबसे ज्यादा जमीनें,
जबकि ' पृथ्वी लोक ' उसका
घर नहीं है।
ईश्वर के नाम पर
हथियायी जाती हैं
धरती पर
सबसे ज्यादा जायदादें,
जबकि ' धन-संपत्ति ' से उसका
मतलब नहीं है।
ईश्वर के नाम पर
भरमाई जाती है
धरती पर
सबसे ज्यादा जनता,
जबकि ' झूठ ' बोलना उसका
कर्म नहीं है।
ईश्वर के नाम पर
मरवाई जाती है
धरती की
सबसे ज्यादा संतानें,
जबकि ' हिंसा ' करना उसका
धर्म नहीं है।
जितेन्द्र ' कबीर '
संपर्क सूत्र - 7018558314