नोडल अधिकारी ने व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखने के दिए निर्देश


गोंडा । जनपद के नोडल अधिकारी डॉ राजशेखर ने मंगलवार को जिला चिकित्सालय, निर्माणाधीन पाली क्लीनिक पशु अस्पताल, रोडवेज बस स्टॉप तथा आरटीओ दफ्तर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी ने निर्देश दिए कि शासन की मंशा अनुरूप सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखी जाए। जिला अस्पताल में पहुंचते ही उन्होंने रोगी सहायता केंद्र पर मुन्नू नाम के मरीज से बातचीत की तथा उसे दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। वहां पर उन्होंने डेंगू वार्ड, महिला वार्ड हड्डी वार्ड, सर्जिकल वार्ड, पैथोलॉजी स्वाइन फ्लू वार्ड, आयुष्मान वार्ड आदि का निरीक्षण किया। वार्डो का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने निर्माणाधीन 124 शैयायुक्त नए भवन का भी निरीक्षण किया। भवन का हैंड ओवर न किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यदाई संस्था  राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के परियोजना प्रबंधक को फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द हैंड ओवर कराने के निर्देश दिए। परियोजना प्रबंधक द्वारा बताया गया कि नवनिर्मित भवन में विद्युत कनेक्शन हेतु वर्ष 2018 में विद्युत विभाग को धनराशि दी जा चुकी है परंतु उनके द्वारा अभी तक विद्युत कनेक्शन नहीं दिया गया है। इस पर नोडल अधिकारी ने सीडीओ गोंडा को निर्देश दिया कि वह जिलाधिकारी के माध्यम से मामले का निस्तारण जल्द से जल्द कराएं। 


इसके बाद नोडल अधिकारी सीधे रोडवेज बस स्टॉप पर पहुंचे वहां पर उन्होंने बस में चढ़कर ड्राइवर का ड्राइविंग लाइसेंस चेक किया तथा बस में लगे फर्स्ट ऐड बॉक्स को खोलकर देखा तथा वर्कशॉप का निरीक्षण कर वहां पर साफ सफाई के निर्देश दिए। इस दौरान उन्हें बताया गया कि जगह कम होने के कारण  संचालन ठीक ढंग से नहीं हो पा हो पा रहा है तथा बस स्टॉप गहरा होने के कारण बारिश के दिनों में प्रायः जलभराव की स्थिति बनी रहती है। इस पर उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही जिलाधिकारी के माध्यम से भूमि का चिन्हांकन करके शहर के बाहर बस स्टॉप और वर्कशॉप दोनों बनवाने की व्यवस्था की जाएगी। वाहनों की सफाई समुचित ना मिलने पर उन्होंने ठेकेदार की फर्म को ब्लैक लिस्ट करके दूसरे फर्म से काम कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि गोंडा डिपो को जल्दी है नई 12 बसें मिलने वाली है जो ग्रामीण क्षेत्रों को कनेक्ट करेंगे। इसी प्रकार देवीपाटन मंडल में 30 नई बसें मिलने जा रही हैं। रोडवेज बस स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद बतौर प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश परिवहन निगम नोडल अधिकारी सीधे आरटीओ दफ्तर पहुंचे। वहां पर उन्होंने आरटीओ से लाइसेंस की वेटिंग पीरियड पूछा। विभिन्न निरीक्षण के दौरान सीडीओ शशांक त्रिपाठी, एडीएम राकेश सिंह, सीएमओ डॉक्टर मधु गैरोला, आरटी, एआरटीओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।